ACL (Access Control List) क्या होता है ?

एसीएल (ACL) का फुल फॉर्म होता है (“Access Control List“). यह एक लिस्ट होता है जो की यूजर को परमिशन का किसी भी फाइल या फोल्डर या दुसरे ऑब्जेक्ट के लिए यह तय भी करता है की कौन से यूजर और ग्रुप ऑब्जेक्ट को एक्सेस भी कर सकते हैं और कौन से ऑपरेशन को वो परफॉर्म कर सकते हैं.

इन ऑपरेशन में खाश तौर पर टीपिकाली तीन चीज़ ही होते हैं जो की हैं उसे रीड करना, लिखना, और एक्सीक्यूट करने का काम करता है। उदहारण के लिए, अगर एक एसीएल केवल ये स्पेसिफ्य ही करती है वो भी रीड-ओनली एक्सेस के लिए किसी फाइल को तब वो वो स्पेसिफिक यूजर का उस फाइल को केवल खोल ही सकता है read करने के लिए, लेकिन वो उसमें कुछ लिख भी नहीं कर सकता यूजर और न ही उस फाइल को आप रन कर सकते है.

एक्सेस कण्ट्रोल लिस्ट

एक्सेस कण्ट्रोल लिस्ट एक बहुत ही सिम्पल विधि का प्रदान करता है वो भी फाइल और फोल्डर के परमिशन को मैनेज करने के लिए काम करता है। . उन्हें ज्यादातर ऑपरेटिंग सिस्टम में उपयोग भी किया जाता है, जिसमें विंडोज, मैक और यूनिक्स सिस्टम भी इसमें शामिल हैं. जहाँ ये एसीएल अक्सर यूजर से भी छुपे होते हैं लेकिन उन्हें एक ग्राफिकल इंटरफ़ेस के उपयोग से मॉडिफाई भी आसानी से किया जा सकता है.

उदहारण के तौर पर, मेक ओस X 10.5 में, एसीएल सेटिंग को कुछ भी एडिट करने के एक फाइल या फोल्डर को पहले सेलेक्ट करना होता है और उसके बाद आपको “गेट इन्फो” को भी चूज़ करना परता है. वही विंडोज एक्सेस कंट्रोल सेटिंग्स को भी संशोधित करने के लिए “शेयरिंग और परमिशन ” सेक्शन में भी जाना परता है. और एक यूनिक्स सिस्टम, एसीएल को एडिट करने के लिए chmod() कमांड का भी आप उपयोग कर सकते हैं.

Synonyms:
Access Control List

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