Bandwidth कैसे काम करता है।

Bandwidth का मतलब ये भी है की कितनी भी maximum data transfer rate भी हो सकती है एक network या Internet connection पर ही हो सकती है। .

ये भी measure करता है की कितनी भी मात्रा की कोई भी data को भेजा भी जा सकता है एक specific connection में वो भी एक विशेष ही समय के भीतर में. उदाहरण के लिए आपको बात दू की , एक gigabit Ethernet connection की भी bandwidth होती है 1,000 Mbps, और (125 megabytes per second). वही ऐसी Internet connection via cable modem की bandwidth भी होती है करीब 25 Mbps के करीब होता है।

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जहाँ भी इस bandwidth का उपयोग इस network speeds को describe करने के लिए किया जाता है, वही bandwidth ये नहीं measure करते हैं की कैसे fast bits की किसी भी data को कैसे move करते हैं एक location से दुसरे तक.

चूँकि ये data packets travel भी करते हैं वो भी electronic या fiber optic cables के माध्यम से करते है। इसलिए प्रत्येक bit को जी भी tranfer रेट होती है उनकी speed एकदम से negligible भी होती है. वही, bandwidth ये भी measure करता है की कितने मात्रा के data एक specific connection के सहारे से भी आसानी से travel करता है वो भी एक ही समय में.

यदि हम किसी भी bandwidth को अगर हम उसे visualize करते हैं, तब ऐसे में आप एक network connection को सोच कर आप उसे सकते हैं वो भी एक tube के तोर पर और उसके अंदर स्तिथ प्रत्येक bit का ऑफ़ डाटा को आप रेत के सारे कण को आप मान भी सकते हैं. वही ऐसे में अगर आप पतले से tube में बहुत ज्यादा मात्रा की रेत को भी अगर आप डाल देते हैं तब रेत को उसके बीच से जाने में जरुर ही बहुत ज्यादा ही समय लगेगा.

वही यदि आप उसी समान मात्रा की रेत को एक छोटे ही अगर आप tube में डालें तब अवस्य ही वो उस रेत में बहुत ही जल्द उसके माध्यम से चला जायेगा.

बस ऐसे ही अगर आपके पास कोई भी high-bandwidth connection हो तब उसमें download काफी तेजी से ही होता है और low-bandwidth connection में सबसे कम ही होता है। .

Data ज्यादातर समय में एक multiple network connections को ही flow करता है, जिसका मतलब ये भी है की जिस connection का सबसे कम bandwidth होती है उसे एक bottleneck भी माना जाता है.

उदाहरण के लिए आपको बता दे की Internet backbone और connections servers के बीच में की bandwidth की स्पीड सबसे ज्यादा होती है, इसलिए वो बहुत ही कम बार bottlenecks के तरह serve भी करते हैं. वही सबसे प्रचलित common Internet bottleneck होती है आपका connection आपके ISP (Internet Service Provider जैसे Jio, Airtel, BSNL broadband इत्यादि) के साथ ही है। .

NOTE: माने तो ये एक Bandwidth एक range of frequencies को भी refer किया जाता है जिसका उपयोग एक signal को transmit करने के लिए होता है. इस प्रकार की bandwidth को measure भी किया जाता है hertz में और इन्हें ज्यादातर उसे reference किया जाता है signal processing applications में काम करने के लिए। .

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